मुनक्का की प्रकृति –
तर और गर्म | सर्दी के मौसम में मुनक्का का नित्य सेवन अधिक लाभदायक है |
मुनक्का क्या है?
जब अंगूर को विशेष प्रकार से सूखा लिए जाता है तो उसका नाम बदलकर मुनक्का हो जाता है | अंगूर के लगभग सभी गुण मुनक्का में मौजूद होते है | यह दो किस्म का होता है लाल और काला | मुनक्का को द्राक्ष या दाख भी कहते है |
हर रोग में लाभप्रद मुनक्का –
20 गर्म मुनक्का पानी धोकर रात को आधा गिलास पानी में भिगो दें | प्रातः मुनक्का खाकर उसके पानी को पी लें | इस तरह नित्य माह प्रयोग करने से कमजोरी दूर हो जाती है | रक्त और शक्ति उत्पन्न होती है | फेफड़े के रोग दूर होकर बल मिलता है | दुर्बल रोगी को मुनक्का भिगोया हुआ पानी नित्य पिलायें | इससे रक्त शुद्ध होता है, पेट के रोग ठीक हो जाते है, पुरानी खांसी, जुकाम ठीक हो जाते है |
पढ़े – स्वस्थ जीवन शैली
चक्कर में लाभप्रद मुनक्का –
20 ग्राम मुनक्का घी में सेंककर सेंधा नमक डालकर खाने से चक्कर आना बंद हो जाता है | बीज निकली हुई दस मुनक्का एक गिलास दूध में तेज उबालकर प्रातः व रात को सोते समय खाकर दूध पियें | यह प्रयोग एक महीना करें | चक्कर आना बंद हो जायेगा, कमजोरी दूर हो जायेगी |
रक्त-विकार में फायदेमंद मुनक्का –
रक्त-विकार – 20 ग्राम मुनक्का रात को पानी में भिगो दें | इन्हे प्रातः पीसकर एक कप पानी में घोलकर प्रतिदिन पीते रहने से रक्त साफ़ होता है |
मुनक्का खाने के फायदे चेचक में –
चेचक के रोगी को दिन में कई बार दो-दो मुनक्का या किशमिश खिलाने से लाभ होता है |
सर्दी में मुनक्का खाने के फायदे –
सर्दी के मौसम के रोग – सर्दी में जुकाम, बुखार, रोजाना सिर दर्द के कारण, जोड़ो में दर्द, मलेरिया आदि अधिक होते है | चार मुनक्का, स्वादानुसार भुना हुआ जीरा, काला नमक सबको बारीक़ पीसकर इसकी दो गोली बनाकर सुबह शाम चूसते रहें | अंत में खाएं | इससे मुँह का स्वाद अच्छा रहेगा, भूख लगेगी और कमजोरी नहीं आयेगी | अन्य जो कोई भी चिकित्सा कर रहें है, करते रहें, साथ में इनका सेवन भी करें |
बलगम – प्रातः प्रतिदिन 30 ग्राम मुनक्का का सेवन कच्ची बलगम के रोगों से सुरक्षित रखता है | कफ ढीला होकर बाहर निकल जाता है |
ब्लड प्रेशर हाई/लो में मुनक्का खाने के लाभ –
आठ मुनक्का, चम्मच सौंफ, दो किलो पानी में इतना उबालें के पानी आधा रह जाये | इस पानी को छानकर चार भाग करके दिन में चार बार पियें | मुनक्का खा लें |
देखें – व्हीट ग्रास के फायदे
जवार, बुखार में मुनक्का खाने के लाभ –
दस मुनक्का धोकर आधा कप पानी में भिगोयें | दो घंटे बाद बीज निकाल कर मुनक्का को पीसें | एक छोटी इलायची का दाना और एक लौंग भी साथ में पीसें | इस पीसी चटनी को दो कप पानी में धो लें | मुनक्का भिगोया हुआ पानी सहित इन्हें दो कप पानी में मिलाकर उबालें | फिर इस उबले पानी में स्वादानुसार भुना पीसा जीरा, नमक, चीनी, डालकर घोलें | यह सुबह शाम दोनों बार ताजा बनाकर पियें | ज्वर, बुखार, सर्दी में लाभ होगा |
खांसी जुकाम में मुनक्का लाभप्रद है | जुकाम बार-बार लगता हो, ठीक ही न होता हो तो 11 मुनक्का, 11 कालीमिर्च, 5 बादाम भिगोकर छील लें | फिर इन सबको पीसकर 25 ग्राम मक्खन में मिलाकर रात को सोते समय खाये | प्रातः दूध में दो पीपल, 10 कालीमिर्च, चौथाई चम्मच सोंठ डालकर उबाला हुआ दूध पियें | यह कई महीने करें | जुकाम स्थायी रूप से ठीक हो जायेगा |
खांसी सुखी – 5 बादाम की गिरी रात को थोड़े से पानी में भिगो दें | प्रातः बादाम छील कर, दस मुनक्का बीज निकाल कर, आधा चम्मच मुलहठी पीसी हुई सब मिलाकर बादाम का भीगा पानी डालकर पीस लें | इसके चार भाग करके दिन में चार बार हर दो घंटे से खायें | दो मुनक्का और मिश्री का टुकड़ा चूसते रहने से सुखी खांसी में लाभ होता है |
मोटापा घटने में मुनक्का के चमत्कारी फायदे –
15 मुनक्का नित्य रात को खाकर पानी पीकर सोयें | एक-दो महीने में ही सारी दुर्बलता दूर होकर शरीर का वजन बढ़ेगा, शरीर मोटा हो जायेगा | पढ़े – मोटापे का इलाज
रक्त और वीर्य वृद्धि में मुनक्का के चमत्कारी फायदे –
60 ग्राम मुनक्का धोकर भिगो दें | बारह घंटे बाद इनको खायें | भीगी हुई मुनक्का पेट के रोगों को दूर कर रक्त और वीर्य बढाती है | मुनक्का धीरे-धीरे बढाकर दो सौ ग्राम तक लें सकते है | वर्ष में इस तरह तीन-चार किलो मुनक्का खाना बुहत लाभदायक है |
शक्तिवर्धक मुनक्का –
सर्दी के मौसम में बीस मुनक्का 250 ग्राम दूध में उबालकर खायें और दूध पी लें | यह पुरे सर्दी के मौसम में लें | मुनक्का रक्त बढ़ता है | यह सबके लिए पौष्टिक है |
60 ग्राम मुनक्का और 50 ग्राम बादाम का सेवन करना दुर्बल व्यक्ति को ताकत देता है, स्मरणशक्ति बढ़ता है तथा बूढी तीव्र बनाता है | दोनों भिगोकर पीसकर सेवन करें |
आँखो में जलन – रात को दस मुन्नका आधा गिलास पानी में भिगोयें | प्रातः मुन्नका बीज निकालकर खायें और पानी पि जाये |
काले अंगूर आँखों के लिए लाभकारी होते है |
आधे सिर का दर्द में मुनक्का के फायदे –
यदि आधे सिर में दर्द, सूर्योदय से बढ़ता हो और सूरज ढलने के साथ कम होता हो ,तो पांच मुन्नका ले | इनके बीज निकालकर इनमे राई के बराबर कपूर भरकर गोली की तरह बना ले | प्रातः सूर्योदय से पहले जल्दी उठकर बीस मिनट बाद एक -एक मुन्नका पानी से निगल जाये |आधे सिर का दर्द ठीक हो जायेगा |
मुंह सुखना ,आँखों के आगे अँधेरा, ज्वर, कब्ज को दूर करने के उपाय में 10 मुन्नका बीज निकालकर स्वादानुसार कालीमिर्च ,सेंधा नमक मिलाकर पीसकर पूरी के आकर की गोली बनाकर तवे पर सेंककर खाने से लाभ होता है |
पीलिया – मुनक्का भिगोकर पानी में घोलकर पियें |
छाले – दूध में मुनक्का उबालकर रात को सोते समय मुनक्का खाकर यह दूध पियें छालों में आराम हो जायेगा |
टाइफाइड – बीमार को भोजन में अन्न नहीं दें तथा पूर्ण आराम करने की सलाह दें | फलों का रस, पपीता, मुनक्का खाने को दें |
दस्त – बीज सहित दस मुनक्का पीसकर पानी में घोलकर सुबह-शाम पिलाने से दस्त बंद हो जाते है |
कब्ज़ होने पर नित्य मुनक्का गर्म दूध में उबालकर लेने से लाभ होता है | बीज निकालकर ग्राम मुनक्का प्रतिदिन प्रातः और शाम को खूब चबा-चबाकर खाने से कब्ज़ दूर हो जाती है
भूख – मुनक्का, नमक, कालीमिर्च सबको मिलकर गर्म करके खाने से भूख बढ़ती है | पुराने बुखार में जब भूख नहीं लगती हो तो यह प्रयोग विशेष लाभदायक है