हार्निया का उपचार करने के लिए पिप्पली (पिपली चूर्ण) का उपयोग एक अच्छे विकल्प के रूप में सिद्ध होगा, पिप्पली के रस में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सिडेंट गुणों से परिपूर्ण है जो हार्निया के लक्षणों को कम करने और संतुलित…
Month: March 2024
हर्निया में अदरक खाने के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं: 1. पाचन को सुधारना: अदरक में मौजूद अनेक उपयोगी और पाचन शक्ति बढ़ाने वाले तत्व होते हैं, जो पाचन क्रिया को मजबूती प्रदान कर खाने को पचाने में सहायक है…
एलोवेरा पौधे की कई प्राचीन औषधीय गुणों के कारण यह आधुनिक युग में भी एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य उपाय के रूप में माना जाता है। यह जीवनशैली सम्बंधित रोगों और समस्याओं के लिए एक सशक्त उपचार है। नीचे दिए गए हैं…
अल्सरेटिव कोलाइटिस का इलाज संभव है इसबगोल से – उल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) बड़े आंत का रोग है जिसमें आंत की ऊपरी तिहाई भाग में सूजन और Ulcer (घाव) हो जाता है, जिससे रोगी को बड़ी समस्याएं होती हैं, जैसे…
त्रिफला चूर्ण एक आयुर्वेदिक औषधि है जो भारतीय चिकित्सा पद्धति में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इसे संजीवनी बूटी के नाम से नवाजा जाता है | त्रिफला तीन प्रमुख फलों से मिलकर बनता है – आंवला हरड़ बहेड़ा आइए जानते है…
वैसे तो आयुर्वेदा में रोटी को मधुमेह का दुश्मन कहा जाता है क्यूंकि इससे शरीर में शक्कर की मात्रा बढ़ने का खतरा रहता है | किन्तु क्या आपको पता है के रोटी अगर बासी करके खाई जाएं तो शुगर नियंत्रण…