गले में बार-बार छाले होना? पेट की खराबी या अन्य कारण?

गले में बार-बार छाले होने के कारण –

गले में बार-बार छाले होना एक सामान्य समस्या है। इसका कारण पेट की खराबी, गलत आहार का सेवन एवं अस्वस्थ जीवनशैली से संबंधित बातें हो सकती हैं। आइए इसको विस्तार से समझते हैं:

1. पोषक तत्वों की कमी (Nutritional Deficiencies)

शरीर में आवश्यक विटामिन के प्रकार और खनिजों की कमी से गले में बार-बार छाले हो सकते है |

विटामिन बी 12, फोलिक एसिड (विटामिन बी9) और आयरन आदि पोषक तत्वों की कमी से गले की म्यूकस झिल्ली (mucous membrane) कमजोर हो जाती है, जिससे गले में छाले होने की संभावना बढ़ जाती है।

2. मानसिक तनाव और चिंता (Stress and Anxiety)

मानसिक तनाव के कारण भी गले में बार-बार छाले होने का एक महत्वपूर्ण कारण है। तनाव व्यक्ति की पाचन क्रिया पे प्रभाव डालता है एवं शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और शरीर संक्रमण से लड़ने में असमर्थ हो सकता है, जिससे छाले जल्दी हो सकते हैं।

तनाव में व्यक्ति के शरीर में कोर्टिसोल जैसे हार्मोन बढ़ जाते हैं, जिससे शरीर की सूजन बढ़ सकती है और छाले होने की संभावना अधिक हो जाती है।

3. गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)

एसिड रिफ्लक्स (GERD) में पेट का एसिड आहार नली (esophagus) से ऊपर गले तक पहुंच जाता है। यह एसिड गले की नाजुक त्वचा को जला सकता है, जिससे छाले होने की सम्भावना बाद जाती है |

यह स्थिति तब होती है जब पेट का एसिड भोजन के साथ ऊपर की ओर आ जाता है, जिससे गले में खुजली, जलन, और कभी-कभी छाले बनने लगते हैं।

4. आहार संबंधी कारण (Dietary Causes)

मसालेदार, तेजाबीयुक्त, या खट्टा भोजन गले में छाले पैदा करते है।

बहुत गर्म या बहुत ठंडे भोजन या पेय पदार्थ से भी गले को नुकसान हो सकता है, जिससे वहां छाले विकसित हो सकते हैं।

इसके अलावा, दारू पीना कैसे छुड़ाएं और तंबाकू का सेवन भी गले में छाले पैदा करते है क्योंकि ये पदार्थ म्यूकस झिल्ली को नुकसान पहुंचाते हैं।

5. संक्रमण (Infections)

वायरल संक्रमण:

कई बार छाले होने का सीधा सम्बन्ध शरीर में उत्पन हो रहे संक्रमण के वजह से भी होता है जैसे कि सामान्य सर्दी, फ्लू, या हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (HSV)। HSV संक्रमण से गले में दर्दनाक छाले हो सकते हैं।

बैक्टीरियल संक्रमण:

गले में बैक्टीरिया की वजह से भी छाले हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, स्ट्रेप थ्रोट (Strep Throat) या अन्य बैक्टीरियल इंफेक्शन गले को प्रभावित कर सकते हैं।

फंगल संक्रमण:

कैंडिडिआसिस जैसे फंगल इंफेक्शन से भी गले में छाले हो सकते हैं, खासकर तब जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो।

6. एलर्जी या संवेदनशीलता (Allergies or Sensitivities)

कुछ खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों से एलर्जी भी गले में छालों का कारण हो सकती है। जैसे, ग्लूटेन या लैक्टोज की संवेदनशीलता गले की सूजन और छालों का कारण बन सकती है। एलर्जी से गले में सूजन और इरिटेशन हो सकता है, जो आगे चलकर छालों में बदल सकता है।

7. माउथ अल्सर (Aphthous Ulcers or Canker Sores)

ये छाले मुँह के अंदर होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में ये गले तक फैल सकते हैं। ये छाले गोल या अंडाकार होते हैं और इनका रंग सफेद या पीला हो सकता है।

ये छाले अक्सर दर्दनाक होते हैं और खाने-पीने के समय समस्या पैदा करते हैं। इसका कारण भी आहार, तनाव, या किसी अन्य आंतरिक स्वास्थ्य समस्या से जुड़ा हो सकता है। जानिए – गले में छाले का घरेलू इलाज

8. मेडिकल ट्रीटमेंट (Medical Treatments)

किमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी जैसे कैंसर के इलाज के दौरान भी गले में छाले हो सकते हैं, क्योंकि ये उपचार शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को भी प्रभावित करते हैं।

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