केसर खाने के फायदे (kesar khane ke fayde in hindi)
अंग्रेजी में सैफरन के नाम से प्रसिद्ध केसर के पौधे का वानस्पतिक नाम क्रोकस सैटाइवस है।
केसर (Saffron) की प्रकृति –
खुश्क, गर्म। इसे सर्दी के मौसम में नित्य सेवन करें।
केसर(Saffron) की शुद्धता कैसे पहचाने —
(1) केसर(Saffron) को पानी में भिगोकर साफ सफेद कपड़े पर लगाकर मलने से यदि तत्काल केसरिया पीले रंग का धब्बा पड़े तो केसर असली है। पहले लाल रंग का धब्बा पड़कर फिर पीले रंग का हो तो यह केसर नकली है।
(2) केसर (Saffron) की एक पंखुड़ी जीभ पर डालते ही गर्म लगती है। स्वाद कड़वा होता है।
(3) रेक्टीफाइड स्पिरिट में जरा-सी केसर (Saffron) डालते ही रंगीन हो जाये और केसर की पंखुड़ी (रेशा) रंगीन बना रहे तो केसर असली है।
सुगन्धित केसर
केसर अपनी सुगन्ध और स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। औषधियों, मिठाइयों में केसर डालने से सुगन्ध तो आती है, साथ ही स्वाद भी बढ़ जाता है।
केसर(Saffron) से दूर करे खांसी जुकाम
- इसे दूध में घोलकर नित्य सुबह, शाम पीने से में लाभ होता है। स्नायविक दौर्बल्य तथा लो ब्लड प्रेशर का उपचार भी ठीक हो जाते हैं। शरीर में ताकत आती है। कपाल, छाती पर केसर, लौंग पीसकर इसमें जायफल घिस कर लगायें।
केसर(Saffron) की सेवन विधि—
एक गिलास गर्म दूध में जरा-सी केसर (पाँच पंखुड़ी) मिलाकर नित्य सोते समय पियें। केसर बारीक पीसकर रखें। यह जरा-सी दूध में डालने से घुल जाती है। दूध स्वादिष्ट लगता है।