प्रतिदिन प्रातः सायं भोजन से पूर्व या पश्चात् निम्बू का रस 20 मि. लि. थोड़ा नमक या मिश्री मिलाकर पीने से मुँह के छालों में लाभ मिलता है
दो नींबुओं के रस को खौलते हुये पानी 400 मि.लि. में डालें। जब पानी गुनगुना हो जाये तो उसे छानकर उसमें इच्छानुसार शहद मिलाकर रात को सोते समय पी लें। इससे जुकाम ठीक हो जाता है।
जुकाम
शारीरिक जलन व गर्मी
शरीर में जलन और गर्मी होने पर नींबू (Lemon) के रस को चीनी के शर्बत में डालकर पीने से लाभ होता है |
बिच्छू के डंक मारने के स्थान पर नींबू का रस व नमक लगाना हितकर है। नींबू के बीज, सेंधा नमक दोनों को पीसकर पिलाने से बिच्छू का विष समाप्त हो जाता है |
काग़ज़ी नींब काटकर दोनों टुकड़ों पर पिसा हुआ कत्था डालकर जितना अधिक नींबू में शोषित हो जाये, शोषित कर लें। फिर दोनों टुकड़ों को तश्तरी में रखकर बाहर ओस में रख दें। सबह दोनों टुकड़े चूस लें। पहली मात्रा से ही रक्त बन्द हो जाता तथा भूख भी खूब लगती है
बवासीर
भाँग का नशा
भाँग खुश्की पैदा करती है। नींबू (Lemon) का पत्ते नींब का पुराना अचार चूसने से नशा उतर जाता है। यदि जामन के 1-2 पत्ते नींबू के रस में पीसकर पिलायें तो नशा शीघ्र उतर जाता है |