स्वस्थ जीवन शैली के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें

स्वस्थ जीवन शैली का आधार सेहत के पाँच मूल मंत्र –

  1. जीवन के आधारभूत सिद्धांत हवा, पानी, आहार, व्यायाम एवं विश्राम के बारें में जानें |
  2. जो लोग अपने भोजन, व्यायाम, विश्राम और सोने में नियमित है वे अपेक्षाकृत बुहत कम बीमार पड़ते है |
  3. पानी आपके उपचार का कार्य करता है और भोजन औषद्यि के सामान है |
  4. मानसिक दुश्चिंता, गरिष्ठ भोजन और जल्दबाजी रोग को जन्म भी देता है तथा रोग की उग्रता को बढ़ा देते है |
  5. संतुलित आहार, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शरीर को स्वस्थ एवं रोगमुक्त बनाये रखने में विशेष सहायता प्रदान करते है |

स्वस्थ जीवन शैली के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें –

आदत बनायें

  • सुबह बिस्तर से उठने के बाद पालथी मारकर बैठें और 1-3 गिलास गुनगुना या ठंडा पानी पियें |
  • दो-दो घंटे के अंतराल से  दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं |

महत्वपूर्ण कारक

  • लम्बी श्वांस ले और कमर सदैव सीधी रखें
  • दिन में दो बार मॉल त्याग की आदत डालें | यदि कब्ज़ रहती है तो ये पढ़े – कब्ज दूर करने का उपाय
  • दिन में दो बार ठन्डे या गुनगुने पानी से स्नान  करें |
  • दिन में दो बार सुबह और शाम प्रार्थना एवं ध्यान करें |

विश्राम

  • सख्त या मध्यम स्तर के बिस्तर पर सोएं और पतला तकिया लगाएं |
  • सोते समय चिन्ताओं को भूल जाएँ और अपने शरीर को ढीला छोड़ दें | जानिए – मानसिक तनाव के लक्षण
  • पीठ के बल या दाहिनी ओर करवट लेकर सोने की आदत डालें |
  • भोजन ओर सोने के बीच तीन घंटे का अंतर रखें |

व्यायाम

  • भोजन करने के बाद मूत्र-त्याग करें और 5 से 15 मिनट तक वज्रासन में बैठे |
  • प्रतिदिन सुबह आधा घंटे तेज सैर या जॉगिंग करें |
  • आसन/सूर्य नमस्कार/बागवानी करें या कोई खेल खेले अथवा तैराकी करें |
  • भोजन करने के बाद 15-20 मिनट टहलें |

भोजन

  • भोजन अच्छी तरह चबाकर धीरे धीरे शांतिपूर्वक करें |
  • अपनी भूख के मुताबिक भोजन करें, लेकिन अपना तीन-चौथाई पेट ही भरें |
  • दिन में 7 घंटे के अंतर केवल दो बार ही भोजन करें |
  • सुबह नाश्ते में अंकुरित अन्न अथवा रात भर भिगोए मेवे का प्रयोग करें |
  • भोजन का एक भाग अनाज एवं एक भाग सब्जियों का रखें | पके हुए एवं कच्चे भोजन को साथ न मिलाएं |
  • असंतृप्त वसायुक्त शुद्ध तेलों का ही प्रयोग करें और वे भी अलप मात्रा में |
  • कच्चे भोजन में अंकुरित अन्न, ताजी और पत्तेदार सब्जियाँ, मौसम के फल, सलाद, रस, चटनी, नीम्बू, शहद का उपयोग करें |
  • पके हुए भोजन में चोकर समेत आटा, बिना पॉलिश किया चावल और दलिए का इस्तेमाल करें | उबले हुए भोजन और सूप को प्राथमिकता दें |

कम करें

  • नमक, मिठाइयाँ, मसाले, मिर्च, दाल, घी, मक्खन, आइसक्रीम, आलू आदि चीज़े कम मात्रा में लें |
  • ऊंची एड़ी के जूते, कठिन व्यायाम और ज्यादा टीवी देखने से बचें |
  • धूम्रपान, शराब कैसे छुड़ाएं, नशीली दवाएँ, सॉफ्ट ड्रिंक, तम्बाकू, जर्दा, चाय, कॉफ़ी एवं बुरे व्यसनों से बचें |
  • अपनी आँखों को स्वस्थ व इनकी चमक बनाए रखने के लिए प्रतिदिन सुबह व शाम इन्हें त्रिफला के पानी से धो लीजिए |
  • सप्ताह में एक बार मालिश और धुप स्नान लीजिए |
  • प्रतिदिन तालु की हलकी मालिश कीजिए |
  • प्रतिदिन थोड़ी देर तक हँसना चाहिए |

सावधानी बरतें

  • काटने से पहले सब्ज़ियों व फलों को अच्छी से धोइए क्यूंकि इन पर कीटनाश और अन्य दूषित तत्व लगे होते है |
  • जहाँ तक संभव हो सके, फलों व सब्ज़ियों को छिलके समेत खाइए |
  • टीवी देखते समय समुचित दुरी पर बैठिए |

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